बिस्तर पर भी मन ही मन उन्हें धन्यवाद किया, और पौधे लगाने का फिर निश्चय किया। बिस्तर पर भी मन ही मन उन्हें धन्यवाद किया, और पौधे लगाने का फिर निश्चय किया।
काश! एक और जिंदगी मिले, कही अचानक राहों में जिंदगी मिले,।। काश! एक और जिंदगी मिले, कही अचानक राहों में जिंदगी मिले,।।
गर वह पेड़ो व जीवों को काट खाएगा, दूर नहीं दिन जब उनका भी अंत आएगा। गर वह पेड़ो व जीवों को काट खाएगा, दूर नहीं दिन जब उनका भी अंत आएगा।
सीना चीर के धरती का जो कभी थे खड़े, धूमिल दरख़्त वो सारे हो गए... सीना चीर के धरती का जो कभी थे खड़े, धूमिल दरख़्त वो सारे हो गए...
नन्हें नन्हें पौधे जग सुन्दरतम बने याद रखो जगत में यही संसार को जीना सिखाते| नन्हें नन्हें पौधे जग सुन्दरतम बने याद रखो जगत में यही संसार को जीना सिखाते|
अनगिनत मुसाफिर आए इस रास्ते से ! अनगिनत मुसाफिर आए इस रास्ते से !